दीपों का यह पर्व इस वर्ष वेहद शुभ योग और बहुत शुभ मुहूर्त पर पड़ रहा है।
इस वर्ष बिहार वासी नक्षत्र चित्रा नक्षत्र और विष्कुंभ योग में दीपावली मनाई जाएगी।
ज्योतिषाचार्य पीके यू कहते हैं कि इस दिन हस्त नक्षत्र के बाद नक्शा चित्र युग शुरू हो रहा है। वही बुद्धि में उस स्थिति में शुक्र सनी और बस पति अपनी राशि में होंगे। जो बेहद शुभ है।
अमावस्या तिथि का आरंभ 24 अक्टूबर शाम 5:08 से 25 अक्टूबर की 4:34 तक रहेगा।
क्योंकि 25 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो रही है।
24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अवश्य तिथि स्थिति रहेगी इसलिए 24 अक्टूबर को लोग दीपावली मनाएंगे।
इस दिन श्रद्धालुओं को श्री सूक्त, कनकधारा स्रोत और लक्ष्मी पाठ का पूजन करना चाहिए।
25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण,
25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग रहा है ।सूर्य ग्रहण में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता ।ग्रहण काल के 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है। लेकिन इसका प्रभाव दीपावली पर्व पर नहीं पड़ेगा ।बताते चलें कि 27 साल पहले 1995 को दीपावली के दिन सूर्य ग्रहण पड़ा था।
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